देश की सरकार समय-समय पर ऐसे कई प्रयास करती रहती है, जिससे देश के होनहार और जरूरतमंद छात्रों को पढ़ाई के लिए आर्थिक सहायता मिल सके। इसी सोच को आगे बढ़ाते हुए प्रधानमंत्री छात्रवृत्ति योजना चलाई जा रही है, जिसका उद्देश्य शिक्षा को बढ़ावा देना और छात्रों को आर्थिक रूप से सशक्त बनाना है। इस योजना का लाभ देश के उन छात्रों को दिया जाता है, जिनके माता-पिता सेना, अर्धसैनिक बलों या रेलवे सुरक्षा बल में कार्यरत हैं या फिर सेवा के दौरान शहीद हो चुके हैं।
यह योजना खासतौर पर उन विद्यार्थियों के लिए राहत लेकर आई है जो उच्च शिक्षा प्राप्त करना चाहते हैं लेकिन आर्थिक स्थिति कमजोर होने की वजह से पीछे रह जाते हैं। इस स्कीम के माध्यम से छात्रों को हर महीने वजीफा दिया जाता है ताकि उनकी पढ़ाई में किसी प्रकार की बाधा न आए।
PM Scholarship Scheme 2025
PM Scholarship Scheme 2025 के तहत केंद्र सरकार ने उन छात्रों के लिए विशेष सहायता योजना शुरू की है जो सशस्त्र बलों, अर्धसैनिक बलों या रेलवे सुरक्षा बल से जुड़े परिवारों से आते हैं। इस योजना के अंतर्गत छात्र और छात्राओं को हर महीने एक तय राशि वजीफे के रूप में दी जाती है, जिससे उनकी शिक्षा से जुड़ी सभी आवश्यकताएं पूरी की जा सकें।
यह योजना केवल 12वीं के बाद प्रोफेशनल कोर्स कर रहे छात्रों के लिए है और इसका उद्देश्य उन्हें आत्मनिर्भर बनाना और उच्च शिक्षा की दिशा में प्रेरित करना है। सरकार की यह पहल शिक्षा के स्तर को ऊपर उठाने में मददगार साबित हो रही है।
पीएम स्कॉलरशिप योजना के उद्देश्य
प्रधानमंत्री छात्रवृत्ति योजना का मूल उद्देश्य उन परिवारों के बच्चों को शिक्षित बनाना है जो देश की सेवा में योगदान दे रहे हैं या दे चुके हैं। जब कोई सैनिक या अर्धसैनिक बल का जवान देश के लिए बलिदान देता है तो उसके परिवार की जिम्मेदारी भी देश की होती है। इसी भावना के साथ यह योजना बनाई गई है।
सरकार चाहती है कि ऐसे छात्र-छात्राएं पढ़ाई के किसी भी चरण में पीछे न रहें। इसके तहत लड़कियों को अधिक वजीफा दिया जाता है ताकि शिक्षा में लैंगिक समानता को बढ़ावा मिल सके। साथ ही इस योजना के जरिए युवाओं को रोजगार योग्य बनाने की भी कोशिश की जा रही है।
पीएम स्कॉलरशिप योजना के लिए पात्रता
इस योजना का लाभ केवल वही छात्र ले सकते हैं जो भारत के नागरिक हों और जिनके माता-पिता किसी सशस्त्र बल या अर्धसैनिक बल में कार्यरत रहे हों। यदि माता-पिता सेवा के दौरान शहीद हो गए हों या गंभीर रूप से घायल होकर रिटायर हो चुके हों, तो ऐसे मामलों में भी योजना का लाभ दिया जाता है।
योजना का लाभ लेने के लिए विद्यार्थी को 12वीं कक्षा में कम से कम 60 प्रतिशत अंक प्राप्त करना जरूरी है। इसके अलावा छात्र किसी प्रोफेशनल कोर्स में नामांकित होना चाहिए जैसे इंजीनियरिंग, मेडिकल, नर्सिंग, मैनेजमेंट, फार्मेसी, कंप्यूटर एप्लीकेशन आदि।
ध्यान देने वाली बात यह भी है कि एक ही परिवार से अधिकतम दो बच्चों को ही इस योजना का लाभ दिया जाएगा।
पीएम स्कॉलरशिप योजना के द्वारा मिलने वाली धनराशि
प्रधानमंत्री छात्रवृत्ति योजना के अंतर्गत छात्रों को उनकी पढ़ाई की अवधि के अनुसार हर साल छात्रवृत्ति दी जाती है। अगर कोई छात्र चार साल का कोर्स कर रहा है तो उसे चार वर्षों तक यह सहायता राशि मिलती है।
इस योजना के तहत सशस्त्र बलों में कार्यरत माता-पिता के बेटों को हर महीने ₹2500 और बेटियों को ₹3000 की राशि मिलती है। वहीं अगर अभिभावक रेलवे सुरक्षा बल में कार्यरत हैं तो बेटों को ₹2000 और बेटियों को ₹2250 की मासिक सहायता दी जाती है।
यह राशि डायरेक्ट बैंक ट्रांसफर (DBT) के माध्यम से छात्रों के बैंक खाते में भेजी जाती है। योजना का लाभ हर साल तब तक मिलता है जब तक छात्र की पढ़ाई जारी रहे और उसके अंक 50% से ऊपर बने रहें।
पीएम स्कॉलरशिप योजना के लिए आवेदन कैसे करें?
इस योजना के लिए आवेदन प्रक्रिया पूरी तरह ऑनलाइन है और इसके लिए छात्र को नेशनल स्कॉलरशिप पोर्टल (NSP) पर जाना होता है। वहां उन्हें सबसे पहले नया रजिस्ट्रेशन करना होगा, जिसमें आधार नंबर, मोबाइल नंबर और बैंक डिटेल्स जैसी जानकारी भरनी होती है।
रजिस्ट्रेशन के बाद लॉगिन विवरण से पोर्टल पर लॉगिन कर लेना होता है। इसके बाद पीएम स्कॉलरशिप योजना को चुनना होता है और सभी जरूरी जानकारी भरनी होती है। ध्यान रखें कि सभी दस्तावेज जैसे मार्कशीट, पहचान पत्र, और सेवा प्रमाण पत्र आदि सही ढंग से अपलोड करने होते हैं।
अंत में सबमिट बटन पर क्लिक करके आवेदन प्रक्रिया पूरी की जाती है। आवेदन करते समय किसी भी जानकारी में गलती न हो, इसका खास ध्यान रखना जरूरी है क्योंकि गलत जानकारी की स्थिति में आवेदन रद्द भी किया जा सकता है।
इस योजना से हर साल हजारों विद्यार्थियों को पढ़ाई का सहारा मिल रहा है। यदि आप भी इस योजना की शर्तों को पूरा करते हैं तो समय रहते आवेदन करें और अपने भविष्य को उज्ज्वल बनाएं।