उत्तर प्रदेश में ओबीसी वर्ग के युवाओं के लिए एक बड़ी पहल की शुरुआत हुई है। राज्य सरकार और जिला पिछड़ा वर्ग कल्याण विभाग ने मिलकर ओबीसी वर्ग के शिक्षित बेरोजगार युवाओं के लिए मुफ्त कंप्यूटर ट्रेनिंग योजना शुरू की है। इसका मुख्य उद्देश्य है कि पिछड़े वर्ग के युवा डिजिटल युग में आत्मनिर्भर बन सकें और उन्हें बेहतर रोजगार के अवसर मिलें। इस योजना के तहत ओ-लेवल और सीसीसी जैसे कंप्यूटर कोर्स निशुल्क उपलब्ध कराए जाएंगे, ताकि युवाओं के करियर को नया आयाम मिल सके।
यह योजना विशेष रूप से उन युवाओं के लिए है, जो तकनीकी क्षेत्र में अपने कौशल को बढ़ाकर न केवल नौकरी पाने की दिशा में कदम बढ़ाना चाहते हैं, बल्कि डिजिटल इंडिया के तहत खुद को सक्षम बनाना चाहते हैं। युवाओं के लिए यह एक सुनहरा मौका है कि वे अपनी डिजिटल स्किल्स को बेहतर बनाएं और रोजगार की प्रतिस्पर्धा में खुद को मजबूत करें। इस योजना से ओबीसी वर्ग के युवाओं का भविष्य सुरक्षित करने में मदद मिलेगी।
Free Computer Training से युवाओं का भविष्य संवरने वाला है
डिजिटल कौशल आज के समय में हर व्यक्ति के लिए आवश्यक हो गए हैं। नौकरी हो या खुद का व्यवसाय, कंप्यूटर और डिजिटल स्किल्स हर जगह जरूरी हो गई हैं। ऐसे में मुफ्त कंप्यूटर ट्रेनिंग योजना युवाओं के लिए बड़ी राहत लेकर आई है। ओबीसी वर्ग के युवा, जो आर्थिक रूप से कमजोर हैं, उनके लिए यह योजना बेहद मददगार साबित होगी।
डिजिटल स्किल्स के माध्यम से युवा न केवल सरकारी नौकरियों में बल्कि निजी क्षेत्र में भी बेहतर अवसर पा सकते हैं। इस ट्रेनिंग से उन्हें कंप्यूटर के बेसिक से लेकर एडवांस लेवल की जानकारी मिलेगी, जो उनकी रोजगार योग्यता को बढ़ाएगी। इससे उनका आत्मविश्वास भी बढ़ेगा और वे नये डिजिटल युग की मांग के अनुसार खुद को तैयार कर पाएंगे।
उत्तर प्रदेश सरकार इस योजना के जरिए पिछड़े वर्ग के युवाओं को डिजिटल साक्षरता के क्षेत्र में आगे बढ़ाना चाहती है। इससे वे न केवल नौकरी की तलाश में बल्कि स्वरोजगार की दिशा में भी कदम बढ़ा सकेंगे। डिजिटल ट्रेनिंग के बाद युवा अपने कौशल का उपयोग कर ऑनलाइन काम, डेटा एंट्री, ग्राफिक्स डिजाइनिंग, वेबसाइट डेवलपमेंट जैसी नौकरियों में भी भाग ले सकते हैं।
कैसे और कहां करना है अप्लाई
यह योजना पूरी तरह ऑनलाइन माध्यम से संचालित की जा रही है। जो भी इच्छुक ओबीसी वर्ग के युवक-युवतियां इस योजना का लाभ लेना चाहते हैं, उन्हें विभाग की आधिकारिक वेबसाइट पर जाकर आवेदन करना होगा। आवेदन के लिए दो प्रमुख वेबसाइटें हैं – backwardwelfare.up.nic.in और obccomputertraining.upsdc.gov.in।
आवेदन प्रक्रिया बहुत सरल है। उम्मीदवार को इन वेबसाइटों पर जाकर अपने व्यक्तिगत और शैक्षणिक विवरण भरने होंगे। आवेदन फॉर्म भरने के बाद उसकी एक हार्डकॉपी प्रिंट कर लेनी होगी। इस फॉर्म पर पासपोर्ट साइज फोटो लगानी होगी और हस्ताक्षर करने होंगे। इसके साथ जरूरी दस्तावेजों की प्रतियां संलग्न करनी होंगी।
अधिकतम आवेदन करने की अंतिम तारीख 14 जुलाई 2025 है। इस तारीख के बाद प्राप्त हुए आवेदन स्वीकार नहीं किए जाएंगे। इसलिए युवाओं को सलाह दी जाती है कि वे अंतिम समय तक न छोड़ें और जल्द से जल्द आवेदन करें ताकि योजना का लाभ उठा सकें। आवेदन प्रक्रिया पूरी होने के बाद दस्तावेजों के साथ फॉर्म जिला पिछड़ा वर्ग कल्याण अधिकारी कार्यालय, विकास भवन में जमा कराना होगा।
किन युवाओं को मिलेगा योजना का फायदा
इस योजना का लाभ उठाने के लिए कुछ आवश्यक शर्तें तय की गई हैं। सबसे पहली शर्त यह है कि आवेदक ने कम से कम 12वीं कक्षा उत्तीर्ण की हो। साथ ही आवेदक की उम्र 35 वर्ष से अधिक नहीं होनी चाहिए।
योजना का लाभ केवल उन्हीं युवाओं को मिलेगा जो किसी स्कूल, कॉलेज या प्रशिक्षण संस्थान में नियमित रूप से छात्र नहीं हैं। यदि कोई छात्रवृत्ति प्राप्त कर रहा है या कहीं अध्ययनरत है तो वह इस योजना का लाभ नहीं ले सकता। इसके अलावा आवेदक का परिवार ग्रामीण या शहरी क्षेत्र का हो, पर उनकी वार्षिक आय एक लाख रुपये से अधिक नहीं होनी चाहिए।
यह नियम इस लिए बनाए गए हैं ताकि योजना का लाभ वास्तव में आर्थिक रूप से कमजोर और पिछड़े वर्ग के युवाओं तक पहुंच सके। योजना के तहत प्रशिक्षित युवाओं को न केवल रोजगार के अवसर बढ़ेंगे बल्कि वे तकनीकी ज्ञान में दक्ष होकर अपने सामाजिक और आर्थिक स्तर को बेहतर बना सकेंगे।
जरूरी डॉक्यूमेंट्स क्या-क्या लगेंगे
ऑनलाइन आवेदन करने के बाद आवश्यक है कि आवेदक फॉर्म की हार्डकॉपी निकाले और उस पर फोटो व सिग्नेचर लगाएं। साथ ही आवेदन के साथ निम्नलिखित दस्तावेज़ जमा करना अनिवार्य है: जाति प्रमाण पत्र, आय प्रमाण पत्र, हाईस्कूल और इंटरमीडिएट की मार्कशीट और प्रमाण पत्र, आधार कार्ड की कॉपी।
सभी दस्तावेजों की हार्डकॉपी जिला पिछड़ा वर्ग कल्याण अधिकारी कार्यालय, विकास भवन, कमरा नंबर 44 में 14 जुलाई 2025 की शाम 5 बजे तक जमा करनी होगी। तय समय के बाद जमा हुए दस्तावेज स्वीकार नहीं किए जाएंगे। इसलिए आवेदकों को सलाह दी जाती है कि वे समय से पहले सभी आवश्यक दस्तावेज तैयार रखें।
इस योजना के जरिए मुफ्त कंप्यूटर ट्रेनिंग मिलने से ओबीसी वर्ग के युवाओं का भविष्य उज्जवल हो सकता है। तकनीकी ज्ञान और डिजिटल कौशल उन्हें आत्मनिर्भर बनाएंगे। यह सरकार की एक अहम पहल है जो युवाओं के लिए रोजगार के नए द्वार खोलती है।
युवाओं को चाहिए कि वे इस योजना का अधिक से अधिक लाभ उठाएं और अपने कौशल को निखार कर अपने करियर को मजबूत बनाएं। डिजिटल इंडिया के इस दौर में कंप्यूटर स्किल्स का ज्ञान हर किसी के लिए जरूरी हो गया है। इस मौके को हाथ से न जाने दें और समय रहते आवेदन करें।