बीमा सखी बनिए और हर महीने पाएं ₹7000 बस फॉर्म भरना है! – Bima Sakhi Yojana

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Bima Sakhi Yojana

बीमा सखी योजना की शुरुआत प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 9 दिसंबर 2024 को हरियाणा के पानीपत से की थी। इस योजना का उद्देश्य महिलाओं को घर बैठे सम्मानजनक आय का अवसर देना है, जिससे वे न केवल आत्मनिर्भर बनें बल्कि समाज में अपनी एक अलग पहचान भी स्थापित करें। यह पहल भारतीय जीवन बीमा निगम (LIC) एवं भारत सरकार की साझेदारी में चलाई जा रही है, जिसका लक्ष्य हर पंचायत में कम से कम एक बीमा सखी तैयार करना है।

इस योजना का मकसद उन महिलाओं को सक्षम बनाना है, जो पढ़ी-लिखी हैं, लेकिन स्व-रोज़गार या नौकरी की तलाश में अभी तक सफल नहीं हो पाईं। अब उन्हें सिर्फ एक फॉर्म भरना है, और वे LIC की मदद से बीमा एजेंट बन कर हर महीने अच्छा ख़ासा वजीफा और कमीशन कमा सकती हैं।

Bima Sakhi Yojana: महिलाओं के लिए आत्मनिर्भरता की राह

बीमा सखी योजना महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाने की एक खास पहल है, जिसमें वे LIC की एजेंट बनकर घर बैठे कमाई कर सकती हैं। इस योजना में शामिल होने के लिए महिला की उम्र 18 से 70 साल के बीच होनी चाहिए और कम से कम 10वीं पास होना जरूरी है। बीमा सखी को पहले साल ₹7000, दूसरे साल ₹6000 और तीसरे साल ₹5000 मासिक वजीफा मिलता है, साथ ही कमीशन भी मिलता है। 

बीमा सखी शब्द सिर्फ एक टाइटल नहीं है, बल्कि यह महिलाओं को आत्मसम्मान और वित्तीय आगे बढ़ने का एक जरिया भी है। बीमा सखी बनने वाली महिला न केवल अपने परिवार का आर्थिक भार हल्का करती है, बल्कि ग्रामीण–शहरी दोनों ही इलाकों में बीमा की उपयोगिता को समझाने में मदद भी करती है। इससे बीमा कवर के प्रति लोगों की जागरूकता भी बढ़ती है और योजनाओं की पहुंच गहराई से सुनिश्चित होती है।

कौन बन सकती है बीमा सखी?

  1. उम्र सीमा
    योजना के अनुसार उम्मीदवार की उम्र 18 से 70 वर्ष के बीच होनी चाहिए। इससे निश्चित होता है कि युवतियां से लेकर बुजुर्ग महिलाएं भी आत्मनिर्भर बनने का अवसर प्राप्त कर सकें।
  2. शैक्षिक योग्यता
    कम से कम 10वीं कक्षा पास होना आवश्यक है। इससे यह सुनिश्चित होता है कि उम्मीदवार न्यूनतम लिखित एवं मौखिक संवाद के लिए सक्षम हों।
  3. LIC से जुड़ाव न होना
    योजना में पहले से LIC की एजेंट या कर्मचारी से जुड़ी कोई महिला शामिल नहीं हो सकती। ऐसा करने से नए लोगों को मौका मिलता है।
  4. रिटायर्ड स्टाफ की पात्रता नहीं
    नियमों के अनुसार रिटायर्ड कर्मचारी या पूर्व एजेंट शामिल नहीं हो सकते, जिससे योजना की पहुँच नई महिलाओं तक सीमित और प्रभावशाली हो।

बीमा सखी को कितना पैसा मिलेगा?

बीमा सखी योजना की सबसे आकर्षक विशेषता इसका वजीफा और कमीशन ढांचा है:

  • पहला साल: ₹7,000 प्रति माह
  • दूसरा साल: ₹6,000 प्रति माह
  • तीसरा साल: ₹5,000 प्रति माह

इसके अतिरिक्त, पॉलिसी बेचने पर कमीशन मिलेगा। एक प्रभावशाली शुरुआत करते हुए पहली वर्ष में ही श्रीमती 48,000 रुपये तक का कमीशन कमा सकती हैं। इस कमीशन से उनकी कुल आमदनी और बढ़ जाती है।

यह योजना उन महिलाओं के लिए विशेष रूप से महत्त्वपूर्ण है जो अभी तक बेरोजगार थीं। यहाँ न सिर्फ तय वजीफा मिलता है, बल्कि मेहनत के अनुसार आय बढ़ने की अनंत संभावना भी खुलती है।

आवेदन कैसे करें और क्या-क्या दस्तावेज़ चाहिए?

आवेदन प्रक्रिया बिलकुल सरल और ऑनलाइन है। LIC की आधिकारिक वेबसाइट licindia.in पर जाकर “बीमा सखी योजना के लिए आवेदन करें” लिंक पर क्लिक करना होगा। यहाँ एक फॉर्म खुलता है, जिसे सावधानीपूर्वक भरने के बाद आवश्यक दस्तावेज़ अपलोड करने होते हैं।

जरूरी दस्तावेज़:

  • जन्म प्रमाण पत्र या आधार कार्ड
  • पता प्रमाण जैसे राशन कार्ड, बिजली बिल या वोटर आईडी
  • दसवीं पास प्रमाण पत्र
  • पासपोर्ट साइज फोटो
  • बैंक पासबुक की कॉपी
  • पैन कार्ड
  • आधार कार्ड
  • मोबाइल नंबर

इन दस्तावेज़ों के माध्यम से LIC उम्मीदवार की पहचान और पात्रता की पुष्टि करती है। एक बार सब कुछ ठीक रहने पर आवेदन स्वीकार कर लिया जाता है, और महिला को आगे की प्रक्रिया के लिए संपर्क किया जाता है।

चयन के बाद क्या होता है?

सेलेक्शन के बाद महिला को LIC द्वारा एक व्यवस्थित प्रशिक्षण कार्यक्रम में शामिल किया जाता है। यह प्रशिक्षण योजना की तीन वर्षीय अवधि के दौरान ही आयोजित होता है।

प्रशिक्षण में शामिल विषय:

  • बीमा उत्पादों और पॉलिसी से मिलने वाले लाभों की जानकारी
  • ग्राहक को बीमा में निवेश का महत्व समझाना
  • फॉर्म भरने व उसके साथ आवश्यक दस्तावेज़ तैयार करना
  • ग्राहक से सकारात्मक संवाद, विश्वास स्थापित करना और फॉलो–अप की तकनीकें

इस प्रशिक्षण के माध्यम से महिला न सिर्फ बीमा संबंधी बुनियादी जानकारी प्राप्त करती है, बल्कि व्यवसायिक कौशल भी सीखती है। प्रशिक्षण पूरा होने के बाद महिला LIC की आधिकारिक एजेंट बन जाती है और अगर उसकी योग्यता व अनुभव पूरा हो, तो आगे चलकर वह LIC के विकास अधिकारी (Development Officer) के पद के लिए भी आवेदन कर सकती है।

योजना से अब तक महिलाओं को हुआ लाभ

बीमा सखी योजना बहुत छोटे समय में बड़ी सफलता की राह पर है। हाल ही की रिपोर्ट अनुसार:

  • कुल 52,511 महिलाएं रजिस्ट्रेशन कर चुकी हैं
  • 27,000 से अधिक महिलाओं को नियुक्ति पत्र मिल चुका है
  • LIC का अगला लक्ष्य है अगले तीन वर्षों में 2 लाख महिला बीमा एजेंट तैयार करना

यह आंकड़े साफ़ दिखा रहे हैं कि बीमा सखी योजना के प्रति महिलाओं का उत्साह है और वे इसे बेहद सकारात्मक तरीके से अपना रही हैं। इसके अलावा यह पहल सामाजिक दृष्टिकोण से भी महत्वपूर्ण है, क्योंकि यह महिलाओं को सराहना, सम्मान और आर्थिक रूप से स्वतंत्र करने का माध्यम बन रही है।

बीमा सखी: एक नई पहचान

बीमा सखी योजना सिर्फ आमदनी तक सीमित नहीं है; यह महिलाओं को आत्म-विश्वास, सम्मान और एक स्थायी कैरियर की राह भी देता है। अब तक की 數्क्रिया से यह स्पष्ट है कि कई महिलाओं ने इस योजना से नए द्वार खोल लिए हैं और सामाजिक रूप से मान-सम्मान वाली पहचान हासिल की है। LIC की सहायता से वे न केवल अपने परिवार की आर्थिक मदद कर पा रही हैं, बल्कि उन क्षेत्रों में बीमा की पहुंच भी बना रही हैं जहाँ पहले यह संभव नहीं था।

इस पहल से महिलाओं की स्वावलंबन यात्रा तेज हुई है और वे आर्थिक रूप से सशक्त बनना शुरू हो गई हैं। बीमा सखी योजना एक ऐसी सकारात्मक शुरुआत है, जो सरकार और LIC के साथ मिलकर आने वाले वर्षों में कई महिलाओं के जीवन को संवारने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगी।

निष्कर्ष

बीमा सखी योजना महिलाओं को स्वावलंबन की राह दिखाने वाला एक सराहनीय अभियान है। यह न केवल कमाई का साधन है, बल्कि समाज में उनकी भूमिका और सम्मान को भी बढ़ाता है। आवेदन प्रक्रिया सरल है, प्रशिक्षण व्यवस्थित है, और आय की संभावनाएँ आकर्षक हैं। LIC एवं भारत सरकार की यह पहल भविष्य में महिलाओं को सशक्त और अधिक आत्म-निर्भर बनाएगी, जिससे हमारे समाज और देश को भी स्थायी लाभ होगा।

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